21 हजार दीयों की रोशनी से जगमगा उठा प्राचीन गंगा सागर तीर्थ

दीपावली मेले के दूसरे दिन दीपदान व मशहूर आतिशबाजी का हुआ आयोजन
हजारों श्रद्धालुओं ने प्राचीन तीर्थ की परिक्रमा कर मांगी मन्नत
रियासत अली सिद्दीकी
रामकोट-सीतापुर। स्थानीय श्री रामेश्वरम् धाम मंदिर व प्राचीन गंगा सागर तीर्थ परिसर में आयोजित तीन दिवसीय दीपावली मेला के दूसरे दिन हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी दीपदान व मशहूर आतिशबाजी का आयोजन हुआ।
शुक्रवार की शाम यहां स्थित गंगा सागर तीर्थ जलाशय दीपदान के दीयों की रोशनी से जगमगा उठा। दीपदान का शुभारंभ मुख्य अतिथि सदर विधायक नगर विकास राज्य मंत्री राकेश राठौर गुरु, विशिष्ट अतिथि भाजपा नेता गया प्रसाद मिश्र, मेला अध्यक्ष व प्रधान रामनिवास (पप्पू वर्मा) की ओर से दीप जलाकर किया गया।
क्षेत्र वासियों की ओर से भी दीप जलाने का सिलसिला शाम ढलते ही शुरु किया गया। मौजूद श्रद्धालुओं ने भी दीपदान में सहयोग किया। देखते ही देखते तीर्थ जलाशय 21 हजार दीयों की रोशनी से जगमगा उठा। मेला में हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने तीर्थ की परिक्रमा कर अपनी मन्नतें मांगी।
इस दौरान असगर अली सिद्दीकी की ओर से मशहूर भव्य आतिशबाजी की प्रस्तुति की गई। जिससे आसमान में छायी सतरंगी छटा को देखकर मौजूद श्रद्धालु मंत्रमुग्ध होते रहे।
वहीं प्राचीन रामेश्वरम् धाम मंदिर में भी मंत्रोच्चार व हवन पूजन का अनुष्ठान संपन्न कराया गया। रात में रंगारंग सांस्कृतिक व मनोरंजक कार्यक्रम की भी प्रस्तुति हुई।
गंगासागर तीर्थ परिसर पर वर्षों से लगने वाले मेले का सभी को इंतजार रहता है। अवध की सांस्कृतिक विरासत की झलक के साथ धार्मिक आस्था की विरासत इस मेले की पहचान है। दीपावली मेले के नाम से मशहूर इस मेले में ग्रामीण परिदृश्य की अमिट छाप देखने को मिलती है। दीपावली मेले के नाम से मशहूर ये मेला ऐतिहासिक व प्राचीन है। उपयोगी वस्तुओं की खरीद फरोख्त और आध्यात्मिक साधना के साथ ग्रामीणों के मनोरंजन का भी साधन है। ये मेला जितना धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है उतना ही आर्थिक रूप से।